भारत में हिंदू राष्ट्र की स्थापना: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा और उद्देश्य

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 7 से 15 नवम्बर तक दिल्ली से वृंदावन तक पदयात्रा करेंगे। हिंदू राष्ट्र की भावना जगाना, गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाना और यमुना नदी की सफाई अभियान को तेज करना इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है। टैग्स (Tags)

भारत में हिंदू राष्ट्र की स्थापना: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा और उद्देश्य
भारत में हिंदू राष्ट्र की स्थापना: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा और उद्देश्य
Ujjwal Dey

Published By Ujjwal Dey

Updated on: सितम्बर 13, 2025

विशेष रिपोर्ट, बंगाल जॉब स्टडी: उत्तर प्रदेश के बागेश्वरधाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत में हिंदू राष्ट्र की स्थापना की मांग को लेकर एक विशेष पदयात्रा करने की घोषणा की है। यह यात्रा 7 से 15 नवंबर तक दिल्ली से वृंदावन तक आयोजित होगी। पंडित धीरेंद्र का कहना है कि पड़ोसी देशों जैसी स्थिति से बचने के लिए भारत का हिंदू राष्ट्र होना आवश्यक है। इस पदयात्रा का उद्देश्य केवल धार्मिक भावना जगाना नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाना भी है।

पदयात्रा की रणनीति और बैठक

पंडित धीरेंद्र ने पदयात्रा की योजना बनाने के लिए वृंदावन में संतों, धर्माचार्यों और तीर्थपुरोहितों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने बताया कि देशवासियों के मन में हिंदू राष्ट्र की भावना पैदा करना इस यात्रा का प्रमुख उद्देश्य है। इसके साथ ही ब्रजमंडल में मांस और मदिरा पर प्रतिबंध की मांग को लेकर जनजागरण भी किया जाएगा।

इस बैठक में तय किए गए मुख्य बिंदु:

  • सनातन एकता को बढ़ावा देना
  • हिंदू राष्ट्र की भावना को जनमानस तक पहुँचाना
  • मांसाहार और मदिरा पर रोक के लिए प्रचार अभियान
  • धार्मिक स्थलों और मंदिरों के संरक्षण पर जोर

यात्रा का मुख्य उद्देश्य और मार्ग

धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि इस पदयात्रा का कुल मार्ग लगभग 140 किलोमीटर होगा। यात्रा का अहम उद्देश्य निम्नलिखित है:

  • गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाना
  • यमुना नदी के सफाई अभियान को तेज करना
  • श्रीकृष्ण जन्मभूमि की प्रतिष्ठा और संरक्षण

यात्रा के प्रमुख चरण

दिनांकमार्गमुख्य गतिविधियाँ
7 नवम्बरदिल्ली से आगराजनसंपर्क और जागरूकता अभियान
9 नवम्बरआगरा से मथुराधार्मिक स्थलों का दर्शन और प्रचार
12 नवम्बरमथुरा से वृंदावनब्रजमंडल में मांस व मदिरा प्रतिबंध की अपील
15 नवम्बरवृंदावनयात्रा समापन और सामाजिक संदेश

काशी विश्वनाथ के दर्शन

पंडित धीरेंद्र शास्त्री हाल ही में काशी पहुंचे और काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। उनके साथ संतोष दास सतुआ बाबा उपस्थित रहे। दर्शन के बाद उन्होंने सतुआ बाबा आश्रम में नेपाल और बांग्लादेश में हुई घटनाओं पर भी अपने विचार रखे। उनका कहना है कि भारत को इन घटनाओं से सीख लेकर घोषित रूप से हिंदू राष्ट्र बनाना चाहिए।

बिहार यात्रा और पितृ तर्पण

मीडिया से बातचीत में पंडित धीरेंद्र ने कहा कि वे बिहार के गया जा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह यात्रा चुनावी उद्देश्य के लिए नहीं है। गया में पितरों के तर्पण के लिए जाना उनका मुख्य उद्देश्य है।

FAQ

प्रश्न 1: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पदयात्रा क्यों शुरू की?
उत्तर: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत में हिंदू राष्ट्र की स्थापना की मांग को लेकर और देशवासियों में हिंदू राष्ट्र की भावना जगाने के लिए पदयात्रा शुरू की है।

प्रश्न 2: पदयात्रा कब और कहां से कहां तक होगी?
उत्तर: यह पदयात्रा 7 से 15 नवम्बर तक आयोजित होगी और दिल्ली से वृंदावन तक चलेगी।

प्रश्न 3: पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाना, यमुना नदी की सफाई अभियान को तेज करना, श्रीकृष्ण जन्मभूमि की प्रतिष्ठा स्थापित करना और हिंदू राष्ट्र की भावना फैलाना है।

प्रश्न 4: पदयात्रा की रणनीति बनाने के लिए कौन शामिल हुआ?
उत्तर: पदयात्रा की रणनीति बनाने के लिए वृंदावन में संतों, धर्माचार्यों और तीर्थपुरोहितों ने बैठक की। इसमें सनातन एकता को बढ़ावा देना और ब्रजमंडल में मांस व मदिरा पर प्रतिबंध की मांग को लेकर जनजागरण की योजना बनाई गई।

प्रश्न 5: काशी में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने क्या किया?
उत्तर: पंडित धीरेंद्र शास्त्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किए और सतुआ बाबा आश्रम में नेपाल और बांग्लादेश में हुई घटनाओं पर अपने विचार रखे। उन्होंने भारत को घोषित रूप से हिंदू राष्ट्र बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

বিজ্ঞাপন

प्रश्न 6: बिहार यात्रा का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: पंडित धीरेंद्र शास्त्री बिहार के गया जा रहे हैं, जहाँ उनका उद्देश्य पितरों के तर्पण के लिए जाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह यात्रा चुनाव के लिए नहीं है।

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